मामा भांजा

 

मामा  मैं भेज रहा हूँ तिरंगा, चंद्रयान के साथ,
मेरे आने का संदेश  समझना, गंगा को लाऊंगा साथ,
भाषा झंडा और गंगा पर, नहीं किसी को गर्व,
यहाँ श्रेणी बद्ध महानगरों में, फट  रहे नित बम,
भाषा झंडा और गंगा पर, नहीं किसी को गम,
अरबों भाई की यहाँ जगह नहीं है,
तुम्हारे पास आऊंगा,
अपना बुरा हाल सुना कर, बोझ हल्का कर पाउँगा,
अगर तुम मुझे दे दो साथ, मुझसे आगे कोई नहीं रह पायेगा,
सर्वोच्च शिखर पर, भारत का तिरंगा लहराएगा

Reactions

Post a Comment

0 Comments